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रक्त सेवा समिति मध्यप्रदेश जन्माष्टमी १२ अगस्त २००१ को ईश्वरीय प्रेरणा से प्रारंभ हुई है | समिति ने प्रारंभ से प्रचार-प्रसार से दूर रहकर सिर्फ रक्तदाताओं को प्रेरित किया और अपनी समिति के लिए योग्य स्थायी/रक्तदाता सदस्य बनाने का प्रयत्न करती रही | समिति की स्थापना के समय मेरे साथ श्री अशोक गुडिया, श्री महेंद्र कुमार जैन, श्री के. के. शर्मा, श्री अनिल दुबे, श्री दिनेश तिवारी आदि सक्रिय रहे | समिति ने रक्तदान के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए और रक्तदान के कार्य हेतु जन-जागृति के कार्य सतत् रूप से करने का संकल्प लिया है |


समिति-मानव-सेवा के उद्देश्य को ध्यान में रखकर रक्त की अमृत-समान बूँदों का जरूरतमंद ईश्वर के पुत्रों को "तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा" की भावना के साथ उपलब्ध कराने का प्रयास करती है |


स्वैच्छिक रक्त-दान हेतु जन-जागृति के लिए निम्नलिखित कार्य, समिति द्वारा किये जाते हैं :-


१. प्रतिवर्ष सात दिवसीय निःशुल्क परीक्षण-शिविर लगाया जाता है, जिसमें नये रक्तदाता सदस्य बनाने का अभियान होता है | अभी तक लगभग पिच्यासी सौ लोगों का परीक्षण हो चुका है | इन रक्त-परीक्षण-शिविरों के प्रायोजक समिति के स्थायी सदस्य ही रहते आये हैं |


२. प्रत्यक्ष रक्तदान करके जन-जागृति का कार्य किया जाता है | रक्तदान-समिति के सदस्यों द्वारा भोपाल, विदिशा एवं बासौदा में रक्तदान किया गया है, जो जरूरतमंद मरीजों को दिया गया है | अभी तक लगभग 700 रक्तदाता सदस्य हैं एवं 8500 परीक्षण किये जा चुके हैं और 70 स्थायी सदस्य सक्रियता से कार्य में लगे हैं |


३. रक्तदाता-सदस्यों के परिवार को पुण्य-कार्य से जोड़ने के लिए सदस्यों के लिए परिवार-मिलन-कार्यक्रम किया जाता है, जिसमें स्थायी सदस्यों के परिजन सम्मिलित होते हैं और सांस्कृतिक एवं प्रेरणास्पद-कार्यक्रम, सामूहिक भोजन आदि होता है, जिससे समिति एक परिवार बनती है |


४. बच्चों एवं युवा-पीड़ी को इस सेवा-कार्य में जोड़ने के लिए एवं जागृति लाने के लिए रक्तदान विषय पर निबंध-प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसमें 315 भाई/बहिनों ने हिस्सा लिया |


५. जनजागृति के लिए समिति ने एक जागरूकता-रैली का आयोजन भी 2003 में किया था, जिसमें 350 बंधु सम्मिलित थे |


६. समिति प्रतिवर्ष 15 अगस्त और 26 जनवरी का पर्व भी अपने कार्यालय में बड़े धूम-धाम से मानती है |


७. समिति ने पर्यावरण-संरक्षण करने के लिए वृक्षारोपण एवं बेतवा-सफाई-अभियान में भी सहयोग किया है | गौ-सेवा का कार्य भी किया है |


८. कुपोषित बच्चों के, ग्राम नहारिया, खजूरी में जाकर, निःशुल्क सामग्री का वितरण, स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने का कार्य समिति ने किया था |


९. गरीबी-उन्मूलन एवं सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए निःशुल्क सामूहिक सर्वसमाज-विवाह-सम्मलेन का नगर में विशाल आयोजन होता है, उसमें भी समिति के सभी बंधु पूर्ण सहयोग करते हैं | इस प्रकार रक्त-सेवा-समिति राष्ट्रीय, सामाजिक, स्वास्थ्य, शिक्षा, सेवा के विभिन्न कार्यों में संलग्न है |


१०. समिति ने पर्यावरण-संरक्षण करने के लिए वृक्षारोपण एवं बेतवा-सफाई-अभियान में भी सहयोग किया है | गौ-सेवा का कार्य भी किया है |


११. कुपोषित बच्चों के, ग्राम नहारिया, खजूरी में जाकर, निःशुल्क सामग्री का वितरण, स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने का कार्य समिति ने किया था |


१२. गरीबी-उन्मूलन एवं सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए निःशुल्क सामूहिक सर्वसमाज-विवाह-सम्मलेन का नगर में विशाल आयोजन होता है, उसमें भी समिति के सभी बंधु पूर्ण सहयोग करते हैं | इस प्रकार रक्त-सेवा-समिति राष्ट्रीय, सामाजिक, स्वास्थ्य, शिक्षा, सेवा के विभिन्न कार्यों में संलग्न है |


-राजेश तिवारी
संस्थापक
रक्त-सेवा-समिति, गंजबासौदा
जिला विदिशा, मध्यप्रदेश